जैसा कि आप सभी जानते हो रेलवे मंत्रालय की तरफ से भारत की अब तक की सबसे फास्टेस्ट ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस को चलाया जा रहा है। ऐसे में यह ट्रेन अब तक की सबसे एडवांस्ड टेक्नोलॉजी पर बेस्ड ट्रेन है। इस ट्रेन का किराया भी नॉर्मल ट्रेन की तुलना में काफी ज्यादा अधिक है। ऐसे में वंदे भारत ट्रेन को लेकर रेलवे की तरफ से एक बड़ा ऐलान किया जा रहा है। इस पोस्ट में हम डिटेल के साथ जानते हैं क्या है पूरा मामला..
आपको बताते चलें कि रेलवे मंत्रालय के रिपोर्ट के अनुसार वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया कम करने का विचार किया जा रहा है। क्योंकि वंदे भारत एक्सप्रेस का किराया अधिक होने की वजह से कम लोग ही इस में यात्रा कर पा रहे हैं। ऐसे में पूरी की पूरी ट्रेन खाली रह जा रही है इससे रेलवे को काफी ज्यादा नुकसान झेलना पड़ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो कुछ ट्रेनों को छोड़कर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पूरी तरीके से भरी हुई नहीं चल रही है। ऐसे में जिन रूट्स के ऊपर यात्री ट्रेन के अंदर नहीं बैठ रहे हैं किराया महंगा होने की वजह से उनका किराया कम करने पर सरकार विचार कर रही है। वंदे भारत ट्रेन के साथ-साथ और भी कई ट्रेनों का किराया भी कम करने की संभावना जताई जा रही है।
किन रूट्स पर कम लोग बैठ रहे हैं
आपको बताते चलें कि जून के महीने में भोपाल इंदौर वंदे भारत ट्रेन केवल 29 फ़ीसदी ही भरपाई कर पाई है इसकी 78 फीसद सीटें हमेशा ही खाली रही है। इंदौर और भोपाल दोनों शहरों के बीच में 3 घंटे की दूरी है ऐसे में एसी चेयर कार का टिकट ₹950 वही एग्जीक्यूटिव चेयर कार का टिकट ₹1525 है।
कुछ ऐसा ही हाल भोपाल जबलपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का भी है। अभी हाल ही में पटना रांची चलाई गई वंदे भारत का भी कुछ ऐसा ही मामला देखने को मिल रहा है। और इन सब का बस एक ही वजह है कि इस रूट में जो बाकी एक्सप्रेस चल रही है उनसे किराया काफी मांगा है। जो की लोगों के बजट से काफी बाहर है।
क्या होगा सरकार का विचार
ऐसे में सरकार की तरफ से रेलवे मंत्रालय पर विचार किया जा रहा है की इंदौर भोपाल भोपाल जबलपुर और नागपुर बिलासपुर एक्सप्रेस जैसे वंदे भारत ट्रेनों का किराया कम किया जा सकता है। इसके साथ ही पटना रांची का भी किराया कम किया जा सकता है। जानकारी के लिए आपको बता दें कि अभी तक देश में कुल 46 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाई गई है। इस सभी 24 राज्य और केंद्र शासित प्रदेशों में शामिल संख्या है।