केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने बुधवार को कहा कि कार निर्माता कंपनियां हायर स्टार रेटिंग के नए नियम के तहत 6 एयरबैग प्रदान कर रही हैं। इसका मतलब है कि जब अधिकांश कार कंपनियां 6 एयरबैग प्रदान कर रही हैं, तो इसे अनिवार्य नहीं बनाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि स्टार रेटिंग पहले से ही शुरू हो चुकी है। इसके बजाय, कुछ कंपनियां 6 एयरबैग के बिना अभियांत्रिक कार का विज्ञापन कर रही हैं।
इससे ग्राहक भी सुरक्षा के मामले में जागरूक हो रहे हैं। ग्राहक भी 6 एयरबैग की महत्वपूर्णता को समझने लगे हैं। इसका मतलब है कि कार निर्माता कंपनियों और ग्राहक दोनों 6 एयरबैग के मामले में एक समान स्थिति में हैं। अगर कार निर्माता कंपनियां कार में 6 एयरबैग नहीं प्रदान करती हैं, तो उनके बिक्री पर असर पड़ सकता है।
भारत करेगा कार की स्टार रेटिंग
नितिन गडकरी ने बताया कि स्टार रेटिंग हाल ही में लॉन्च हुई Bharat NCAP (न्यू कार एसेसमेंट प्रोग्राम) पर आधारित होगी। इससे यह आशा है कि लगभग 3.5 टन वाहनों के सुरक्षा मानकों में सुधार होगा। Bharat NCAP प्रोग्राम को 1 अक्टूबर 2023 से लागू किया जाएगा। इसके अंतर्गत, कार निर्माता कंपनियों को अपनी कारों की स्टार रेटिंग की जांच करानी होगी। इस प्रोग्राम के अनुसार, कार की परीक्षण के बाद उसकी स्टार रेटिंग निर्धारित की जाएगी, जिसमें वयस्क और बच्चों के लिए 0 से 5 तक की स्टार रेटिंग होगी।
अगले साल से लागू होगा फैसला
सरकार ने सितंबर 2022 में घोषणा की थी कि वह कार में 6 एयरबैग की अनिवार्यता को एक साल के लिए टाल देगी। इसका मतलब है कि कार में 6 एयरबैग की प्रदान करने का नियम 1 अक्टूबर 2023 से लागू किया जा सकता है।