फिल्हाल अधिकतर इलेक्ट्रिक वाहन में लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जा रहा है। लेकिन अब गाडियों में लिथियम आयन बैटरी के जगह सोडियम-आयन बैटरी का इस्तेमाल होने वाला है। आजकल कंपनी बढ़ते हुए के डिमांड को पूरा करने के लिए अपने अनुसार इलेक्ट्रिक व्हीकल को तैयार कर उसे भारतीय बाजार में लांच कर रहे हैं और प्रतिस्पर्धा बढ़ा रहे हैं।
ऐसे में अब तक अधिकतर इलेक्ट्रिक वाहन में लिथियम आयन बैटरी का इस्तेमाल किया जा रहा है। आपको बताते लिथियम आयन का भंडार सीमित है और इसे बैटरी बनान थोड़ा कठिन काम है। इसलिए BYD कंपनी ने बैटरी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। BYD कंपनी ने सोडियम-आयन बैटरी के उत्पादन के लिए पहली फैक्ट्री बनाने की योजना बनाई है।
यह सोडियम आयन बैट्री लिथियम आयन बैटरी की अपेक्षा थोड़े सस्ते होते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि आने वाले दिनों में अगर सोडियम आयन बैटरी का इस्तेमाल गाड़ियों में किया जाता है तो इलेक्ट्रिक वाहन के दाम कम हो सकते हैं।
सोडिम आयन बैट्री का होगा इस्तेमाल
अपको बता दे BYD कंपनी सोडियम-आयन बैटरी के बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए अपना पहला कारखाना लगाने को और आगे बढ़ रहा है है और BYD का नया कारखाना शूज़ौ, चीन में होगा और इसकी वार्षिक उत्पादन क्षमता 10 गीगावाट प्रति घंटा होगी। इस कारखाना में इस बैटरी की उत्पादन 2024 से शुरू होने की उम्मीद है।
सारे इलेक्ट्रिक अप्लायंसेज में किए जा सकते है इस्तेमाल
सोडियम आयन बैटरी लिथियम के बैटरी के अपेक्षा कम विस्फोटक और जहरीले होते हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल लैपटॉप, स्मार्टफोन और इलेक्ट्रिक वाहनों को बिजली देने के लिए किया जा सकता है। इसके साथ सोडियम आयन बैटरी में आग लगने के लिए संभावना कंपनी रहते हैं।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर सोडियम आयन बैटरी का प्रोडक्शन अधिक मात्रा में किया जाता है और इन्हें इलेक्ट्रिक वाहन में इस्तेमाल किया जाता है आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक वाहन के दाम कुछ हद तक कम हो सकते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इलेक्ट्रिक वाहन में सबसे ज्यादा कीमत इसकी बैटरी का ही होता है इसके वजह से इलेक्ट्रिक वाहन के दाम अधिक होते है।