Electric vehicles Price Hike: इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ाने में सबसे ज्यादा हाथ सरकार का है और अब तक इलेक्ट्रिक गाड़ियां के संख्या आसमान छूते नजर आ रही है. देश में इतनी कंपनियों ने इलेक्ट्रिक गाड़ी लॉन्च की है कि मार्केट में कई कंपनियों की गाड़ियां बिक रही है. सरकार ने इन कंपनियों का साथ इसलिए दिया है ताकि देश में हो रहे पर्यावरण प्रदूषण को कम किया जा सके. पेट्रोल डीजल वाली गाड़ियों की अपेक्षा इन गाड़ियों से प्रदूषण नहीं होता है क्योंकि इनमें कोई ईधन उपयोग नहीं होता है. सूत्रों के मुताबिक अभी जानकारी मिली है कि जल्द ही इन इलेक्ट्रिक गाड़ियों की कीमत आसमान छू लेने वाली है.
सरकार दें रही कम्पनी को सब्सिडी
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ती बिक्री को देखते हुए सरकार ने इनके लिए डेढ़ करोड से भी ज्यादा इलेक्ट्रिक स्टेशन बनाने का फैसला किया है. भारत सरकार देश के इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर कई प्रकार की सब्सिडी देती है, जिसके कारण इनकी कीमत कम होती जा रही है.
सूत्रों के द्वारा प्राप्त जानकारी से सभी दोपहिया वाहनों को सरकार की तरफ से 40% सब्सिडी दी जाती है. लेकिन बताया जा रहा है कि अभी से घटाकर 15% कर दिया जाएगा. जिसके कारण इलेक्ट्रिक स्कूटी के दाम आसमान छूते दिखाई देंगे. इसका फैसला जल्द ही होगा क्योंकि सरकार की तरफ से मीटिंग की जा रही है
मार्केट के सेल में होगी तेजी से गिरावट
यदि इलेक्ट्रिक वाहनों की कीमत में बढ़ोतरी की जाएगी तो सरकार को 2.50 करोड़ इलेक्ट्रिक व्हीकल को भारतीय सड़कों पर उतारने का सपना वह नाकाम हो सकता है और चकनाचूर होते हुए नजर आएगा. क्योंकि यदि इन वाहनों की कीमत बढ़ गई तो हमारे जैसे साधारण लोग इन गाड़ियों को नहीं खरीद सकेंगे.
जिसके कारण सफर करने में दिक्कत होगी बढ़ते दाम को देखकर साधारण लोगों के इसको खरीदने में दिक्कत होगी. जिसके कारण इसकी सेल मार्केट में बहुत ही गिर जाएगी जिससे कंपनियों को भी बहुत नुकसान होगा.